Wednesday, July 11, 2007

वही बारिश है
वही पानी है.....
वही बदन है मेरा जो पानी में भीगा है
लेकिन वह गीला पन नही
जो तेरे बदन के पास रहने से
उसी पानी कि तरह
पसीने से भीगने पर महसूस होता है......